pregnancy symptoms in hindi
पुराने ज़माने से ही लोग मानते रहे है की पीरियड का मिस होना,बार बार उलटी आना,जी मिचलाना गर्भवती होने के संकेत हो सकते है|परन्तु हर बार यह जरुरी नहीं की यदि किसी महिला में इस तरह के संकेत दिखाई दे रहे है तो वह प्रेग्नेंट है | कई बार किसी महिला के हार्मोन इंबैलेंस होने के करण भी उसे पीरियड आने में देरी हो सकती है|गर्भ धारण होने के बाद कुछ महिलाओ मे प्रेगनेंसी के लक्षण कुछ समय बाद दिखाई देते है जबकि कुछ महिलाओ में यह लक्षण शुरू से ही दिखने लग जाते है| आज इस लेख में हम pregnancy symptoms in hindi के बारे में बात करेंगे। प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण के तौर पर घबराहट, तनाव, हल्का पेट दर्द, सिर दर्द हो सकता है|
प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह में दिखाई देने वाले लक्षण
प्रेगनेंसी के पहने हफ्ते में आपके पीरियड का मिस होना आपके गर्भवती होने के संकेत देता है|परन्तु कभी कभी आपको हल्का ब्लीडिंग हो सकता है|
दोनों ही स्थितियों में आपको डॉक्टर की सलाह अवशय लेनी चाहिए|प्रेग्नन्सी के पहले हफ्ते में महिलाओ बार बार उलटी आती रहती है|
पेशाब बार बार आ सकता है|मूड स्विंग प्रेगनेंसी में मूड भी काफी बार बदलता रहता है|खाने में बदलाव कई बार देखा गया है की कुछ महिलाओ के खाने का स्वाद एकदम से बदल जाता है कई बार या तो वह मीठा या सिर्फ खट्टा तीखा खाना पसंद करने लगती है|
प्रेगनेंसी में दिखाई देने वाले कुछ और महवत्पूर्ण लक्षण
बार बार पेशाब आना
गर्भ होने के कारण शरीर के तरल प्रदार्थो में वृद्धि होती है और किडनी की कार्य क्षमता बढ़ जाती है |गर्भाशय भी मूत्राशय को दबाता है जिससे बार बार पेशब आने की समस्या हो सकती है |
स्तन और निप्पल में बदलाब
गर्भवती होने के कारण महिलाओ के स्तनों में भी बदलाव देखने को मिलता है |
गर्भवती होने के बाद महिलाओ के स्तनों का साइज बढ़ जाता है|स्तनों में कठोरता आने लगती है साथ ही निप्पल के आस पास अधिक कालापन दिखने लगता है|निप्पल के साइज में भी बदलाव होता है परन्तु वह आपको सुरु के दिनों में महसूस नहीं होता |
खाने पिने की वास्तु से गंध आना | (Smell sensitivity )
कई बार प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में कई महिलाओ को खाने के वस्तुओ में गंध आने लगता है |
जैसे चावल पकने से चावल के पानी का गंध |सब्जिओ के छोक का गंध|कई महिलाओ को तो चाय कॉफी से भी गंध आने लगता है |
मूड स्वीनिंग ( Mood Swining )
किसी भी महिला के लिए माँ बनना अपने आप में ही बहुत खास होता है इसलिए इस समय आपके अंदर काफी भावनाये आ रही होती है जिससे आपके मूड में काफी बदलाव होता रहता है| कभी आप खुद को काफी खुश महसूस करेगी | कभी आपको बिना बात के में गुस्सा आ सकता है | और जिन महिलाओ को गंध लगने की समस्या होती है उन्हें जब किसी चीज का गंध लगता है तो वह भी उनके मूड स्वीनिंग को ट्रिगर कर सकता है |
शरीर के तापमान में बदलाव
गर्भवस्था के दौरान आपके शरीर के तापमान में बदलाव हो सकता है|जैसे की तापमान एकदम से बढ़ या घट सकता है |इसलिए यह आवश्यक है की ऐसे समय में आप अधिक पानी पिए और सही तरीके से व्याम करे|ताकि आपके शरीर का तापमान एकदम बराबर रहे
कब्ज की समस्या
प्रेगनेंसी के लक्षणों में एक कब्ज की समस्या भी है दरअसल, गर्भावस्था हार्मोन आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल मूवमेंट को धीमा कर सकती है|और मयशय पर गभाशय का भार भी पडता है जिसके कारण कब्ज की समस्या हो सकती है।
प्रेगनेंसी के लक्षणों को देखते हुए प्रेगनेंसी कन्फर्म करना | प्रेगनेंसी जांच करने के तरीके
* यदि आप अपने भीतर इन लक्षणों को देख रही है तो प्रेगनेंसी को कन्फर्म करने के लिए घर में शुरुआती जांच कर सकती है |
मार्केट में काफी ब्रांड के प्रेगनेंसी किट मौजूद है आप किसी एक की मदद से जांच करके देख सकती है|
* डॉकटर प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए ब्लड या पेशाब टेस्ट करवाते है जिससे प्रेगनेंसी कन्फर्म हो सके
* डॉकटर प्रेगनेंसी को कन्फर्म करने के लिए अल्ट्रासाउंड भी करवा सकते है|यदि उन्हें जरुरी लगता है|
डॉकटरो द्वारा करवाया गया ेरली प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड सबसे सटीक तरीका है प्रेगनेंसी को कन्फर्म करने का
इस अल्ट्रासाउंड में डॉकटर प्रेगनेंसी तो कन्फर्म करते ही है साथ के साथ बच्चे की दिल की धड़कन भी बता देते है|