gond ke laddu | गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं

gond ke laddu गोंद से बनी एक भारतीय लोकप्रिय और प्रसिद्ध मिठाई है। gond ke laddu को बनांने के लिए भुने हुए आटे, घी, मेवे आदि का इस्तेमाल किया जाता है। gond के laddu पोषक तत्वों से भरपूर होते है यदि आप रोज सुबह एक लड्डू का सेवन करते है तो आपको जोड़ों और हड्डी के दर्द में काफी आराम मिलता है। गोंद के लड्डू को डिलीवरी के बाद माताओ को दिया जाता है, यह लड्डू स्तन के दूध को तो बढ़ाते ही है साथ ही डिलीवरी के बाद आने वाली कमजोरी में भी काफी मददगार है।वैसे तो गोंद के लड्डू मार्किट में बने बनाये मिल जाते है पर घर में बने लड्डुओं की तो बात ही और है।

gond ke laddu | गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं

गोंद के लड्डू बनाने का सामान

  • आटा -500gm
  • गोंद -50gm
  • चीनी पीसी -250gm
  • नोट (आप चीनी की जगह गुड़ के पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते है यह चीनी से बेहतर विकल्प है )
  • घी -250gm (या उतने घी डाले जितने में आटा पूरी तरह मिल जाये )
  • बादाम -50gm
  • नारियल -50gm
  • काजू – 50gm
  • किशमिश -50gm
  • इलाइची -5 दाने

gond ke laddu | गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं

बनाने की विधि

सबसे पहले एक पेन में घी डालकर उसे गरम होने दे। जब घी गरम हो जाये तब उसमें गोंद डालकर ब्राउन होने तक डीप फ्राई करे जब गोंद ब्राउन हो जाये तो उसे प्लेट. में निकल कर ठंडा होने रख दे। अब एक पैन में घी गरम करके उसमे आटे को ब्राउन होने तक भुने जब आटा ब्राउन हो जाये तो उसे भी निकल कर एक पलेट में रख ले उसके बाद फिर से पेन में घी गरम करके उससे सारे मेवों को डीप फ्राई करे। अब डीप फ्राई किए हुए गोंद और ड्राई फ्रूट को किसी भारी वस्तु से बिलकुल छोटे छोटे टुकड़ो में तोड़ ले।

अब सभी सामान भुने हुए आटे , गोंद , ड्राई फ्रूट और गुड़ या चीनी के पाउडर को अच्छी
तरह मिक्स करे फिर इसमें इलाइची को पीस कर डाले यदि घी काम लगे तो घी को पिघलकर और डाल ले अब जब सभी चीजे आपस में अच्छी तरह मिक्स हो जाये फिर अपनी पसंद की साइज के लड्डू बनाये जब सारे लड्डू बन जाये तब इन्हे किसी बड़े बर्तन में रात भर ढक कर रखे उसके बाद किसी  ढक्कन वाले डब्बे में स्टोर कर ले।

gond ke laddu | गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं

गोंद को कैसे बनाया जाता है?

खाद्य गोंद जिसे गोंड और राल के रूप में भी जाना जाता है इन्हे पेड़ो से निकलने वाले रस से प्राप्त किया जाता है ,जिसमे बबूल,एनॉजिजस, लैटिफोलिया और स्टरकुलिया यूरेन्स शामिल हैं। इन पेड़ो से निकलने वाले रस को एकत्रित करके उन्हें सुखाया जाता है फिर उन्हें पाउडर, क्रिस्टल और गुच्छो के रूप में मार्किट में बेचा जाता है। खाना पकाने में गोंद का उपयोग अक्सर डेसर्ट, पेय पदार्थों जैसे खाद्य पदार्थों में थिकनेस और स्टेबलाइज़र के रूप में किया जाता है।

गोंद के लड्डू खाने से क्या लाभ होता है?

पारंपरिक चिकित्सा में, खाद्य गोंद के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ माने जाते हैं और इसका उपयोग खांसी, गले में खराश और कब्ज जैसी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।गोंद के लड्डू खाने से जोड़ों और हड्डियों के दर्द में काफी आराम मिलता है। गर्भवती महिलाओ को भी डिलीवरी के बाद गोंड के लड्डू खाने को दिए जाते है इससे उन्हें कमर दर्द में काफी राहत मिलता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन दावों का समर्थन करने वाले वैज्ञानिक साक्ष्य सीमित हैं, और बड़ी मात्रा में खाद्य गोंद का सेवन करने से कुछ व्यक्तियों पर नकारात्मक दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं।

गोंद की तासीर क्या होती है | गोंद के लड्डू कब खाने चाहिए

गोंद को अलग अलग पेड़ के रस से प्राप्त किया जाता है और हर पेड़ की तासीर अलग होती है इसलिए यह जान पाना मुश्किल है की जिस गोंद का प्रयोग हम लड्डू बनाने के लिए कर रहे है उसकी तासीर ठंडी है या गर्म।
इसलिए ठण्ड में ही गोंद के लड्डू खाये की सलाह दी जाती है क्युकी वैसे भी गोंद के लड्डू को बनाने में अधिक मात्रा में घी और मेवों का इस्तेमाल किया जाता है। घी और मेवे अपने आप में ही गरम नेचर के होते है जिनके कारण गोंद के लड्डू आपको सर्दियों के मौसम में ही खाना चाहिए।परन्तु यदि आप गर्मियों में गोंद का प्रयोग करना चाहते है टी बेसक करे पर ठंडी तासीर वाली गोंद ही प्रयोग करे

ऑनलाइन गोंद और लड्डू के रेट

 

अत्तर आयुर्वेद गोंद कतीरा – 218rs
राधा गोविंद जैविक गोंद कतीरा – 295
सदाफल सीक्रेट टू स्वीट एंड कूल – 379
पारंपरिक पोस्ट डिलीवरी ड्राई फ्रूट्स गोंद लड्डू, गुड़ और घी – 630

MUMCHIES गोंद गिरी लड्डू – 390

Shree Radhey गिर गाय का घी श्री राधे होम मेड गोंद लड्डू – 400 gm x 2

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top